अजब गजब: बिना कुछ किए महिला ने जीते 9 लाख रुपये, जानिए कैसे हुआ ये कमाल
- सिर्फ सो कर कमाए 9 लाख रुपये
- वेकफिट में की थी इंटर्नशिप
- लोगों को समझाना चाहते हैं नींद का महत्व
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आपने पेड इंटर्नशिप और अनपेड इंटर्नशिप के बारे में सुना होगा। जिसमें काम भी बराबर करना होता है। लेकिन क्या आपने कभी ऐसी इंटर्नशिप के बारे में सुना है जिसमें सिर्फ सोने के लिए पैसे मिलते हैं? बेंगलुरु की एक इंवेस्टमेंट बैंकर साईश्वरी पाटिल ने एक इंटर्नशिप में सिर्फ सो कर 9 लाख रुपये कमाए। जब उन्होंने अपनी मां को बताया तो वह सुनकर दंग रह गईं। उनको भरोसा ही नहीं हो रहा था कि सिर्फ सोने के पैसे कैसे मिल सकते हैं।
कहां की इंटर्नशिप?
साईश्वरी ने होम एंड स्लीप सॉल्यूशन ब्रांड वेकफिट के स्लीप इंटर्नशिप प्रोग्राम में हिस्सा लिया था। जिसमें वो स्लीप चैंपियन बनीं। जिसके बाद उनको पुरस्कार के रूप में 9 लाख रुपये दिए गए। बता दें कि वो इस प्रोग्राम के 12 और स्लीप इंटर्न में से एक थीं। स्लीप इंटर्नशिप को ऐसे लोगों के लिए डिजाइन किया गया था जो नींद को प्रायोरिटाइज करते हैं। लेकिन बिजी लाइफ स्टाइल के चलते अपने जीवन को अस्त-व्यस्त पाते हैं। साईश्वरी ने बताया कि इस प्रोग्राम में हर एक इंटर्न को आठ से नौ घंटों की अच्छी नींद लेनी थी।
अच्छी नींद के अलावा क्या करना था?
उन्होंने बताया कि इस इंटर्नशिप में सोने के अलावा 20 मिनट की अच्छी झपकी लेना भी एक हिस्सा है। जिसको साईश्वरी ने बखूबी किया और स्लीप चैंपियन बनीं। उन्होंने आगे बताया कि सभी चुने गए इंटर्न को वेकफिट की तरफ से हाई क्वालिटी वाला गद्दे के साथ एक स्लीप ट्रैकर भी दिया गया था। इतना ही नहीं बल्कि, अपने स्लीप पैटर्न को अच्छा करने और स्लीप चैंपियन बनने की संभावना को बढ़ाने के लिए स्लीप मेंटर की तरफ से कई सेशन्स भी कराए गए थे।
साईश्वरी ने शेयर की स्लीपिंग टिप्स
साईश्वरी ने एक इंटरव्यू में कुछ स्लीपिंग टिप्स शेयर की थीं। उन्होंने बताया कि मन को शांत करने के लिए अच्छे गानों का इस्तेमाल कर सकते हैं। सोने से एक घंटे पहले गुनगुने पानी से नहाने से शरीर की थकावट कम होती है। साथ ही उन्होंने कहा कि वो नींद को प्रायोरिटाइज करेंगी और नींद से जुड़ी स्ट्रैटेजीज ढूंढती रहेंगी।
वेकफिट के इस पहल के पीछे का क्या है उद्देश्य
वेकफिट की तरफ से ये कदम इसलिए उठाया गया है जिसके जरिए आधुनिक जीवनशैली में नींद की कमी जैसी समस्याएं उजागर हों। क्योंकि आज के दौर में लोग कार्य जीवन के दबाव, सोशल मीडिया और भी कई चीजों के चलते नींद को प्राथमिकता नहीं दे पाते हैं। इस प्रोग्राम को केवल लोगों को लंबे समय तक सोने के लिए प्रेरित नहीं किया जा रहा है बल्कि उन्हें सही तरीके से और मन की शांति के साथ सोने की सीख दी जा रही है।